उपायुक्त, वृत-बी, सीकर दारा सिंह ने बताया कि राजस्थान द्वारा देश में पहली बार ई-टैक्स ऑफिसर नवाचार किया गया है। करदाताओं की सुविधा के लिये यह ऑनलाईन
ई-टैक्स ऑफिसर लागू किया गया है, जिसमें करदाता विभाग से संवाद भी कर सकता है। राज्य सरकार की यह मंशा है कि इसके उपयोग से करदाता स्वयं अपने कर-संव्यवहारों की जांच कर कानून की समुचित अनुपालना कर सकेंगे जो कि इज ऑफ डुईंग बिजनेस की दिशा में बेहतर कदम साबित होगा।
कार्यशाला में राज्य कर अधिकारी सुरेन्द्र तेतरवाल द्वारा करदाताओं को अवगत करवाया गया कि ई-टैक्स ऑफिसर राज्य के करदाताओं द्वारा प्रस्तुत जीएसटी रिटर्नस में तथा जीएसटी कानून की पालना में उनके द्वारा भूलवश की गई त्रुटियों से अवगत कराने तथा उन त्रुटियों को सुधारने का अवसर तथा प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा। इसकी सहायता से करदाता जी.एस.टी. रिटर्न, रिटर्न मिसमैच, रिफण्ड, ई-वे बिल, वैट से सम्बन्धित जानकारी, रिप्स, अपील, जी.एस.टी. बकाया एवं वसूली की स्थिति, आई.टी.सी. रिवर्सल, पंजीयन निरस्त फर्मों से खरीद और बिक्री की जानकारी, विभिन्न कर विवरणीयों में अन्तर की जानकारी एक क्लिक पर प्राप्त कर सकता है। इस पोर्टल पर ए.आई. आधारित चैट बॉट का प्रावधान भी है, जो आपकी जी.एस.टी. सम्बन्धित सभी शंकाओं का समाधान करेगा।
सहायक आयुक्त, श्रीपाल सिंह ने बताया कि इस पोर्टल पर करदाता एक से ज्यादा जी.एस. टी. पंजीयन जोड सकता है साथ ही रिटर्नस भरने वाले सहायक की एसएसओ आईडी भी मैप कर सकता है। भविष्य में समस्त करदाताओं के लिए इस मॉड्युल का मोबाईल एप भी विकसित किये जाने की योजना से भी करदाताओं को अवगत करवाया गया।
कार्यशाला में सहायक आयुक्त प्रतिभा कुमारी, दिनेश सिंह, इकबाल खान उपस्थित रहे। कार्यशाला में करदाताओं से लिखित सुझावों का संकलन उन्नयन बाबत् किया गया है। कार्यशाला में जिला सीकर व्यापार महासंघ, सीकर के अध्यक्ष महावीर चौधरी, सीकर जिला संयुक्त व्यापार महासंघ के अध्यक्ष रामप्रसाद मिश्रा, सीकर सी.ए. ब्रांच अध्यक्ष नीरज शर्मा, सी.ए.. सीकर टैक्स बार एसोसिएशन अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मिश्रा, टैक्स बार सीकर से तेजपाल दुधवाल ने तथा व्यापारिक क्षेत्रों के करदाताओं ने सक्रियता से सहभागिता की व राज्य सरकार के इस नवाचार के लिए आभार प्रकट किया।
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