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सीकर, 23 सितम्बर। कृषि अनुसंधान केन्द्र फतेहपुर पर अनुसंधान व विस्तार सलाहकार समिति जोन-2-ए की रबी 2022-23 की दो दिवसीय बैठक क्षेत्रीय निदेशक अनुसंधान प्रोफेसर शीशराम ढ़ाका की अध्यक्षता में सीकर खण्ड जिसमें सीकर, चुरू, नागौर व झुंझुनु जिले आते हैं, उन कृषकों की समस्या के अनुरूप चल रहे अनुसंधान कार्यो की समीक्षा के लिए आयोजित हुई। बैठक की सह-अध्यक्षता प्रमोद कुमार संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) ने की। बैठक में रबी 2021-22 में लगाये गये अनुसंधान कार्यो के परिणाम, फीडबैक समस्या पर कार्यवाही, इजाद तकनीक की ग्राह्ता, कलस्टर, ऑनफार्म व प्रथम पंक्ति प्रदर्शन के परिणाम, कृषि विभाग (विस्तार, उद्यान, आत्मा आदि) की प्रगति, तथा किसान प्रशिक्षणों के आंकड़े तथा आगामी रबी सीजन के लिए तकनीकी कार्यक्रम आदि प्रस्तुत किए गए। प्रोेफेसर ढाका ने बताया कि केन्द्र के वैज्ञानिकों के अनुसंधान स्वरूप उपलब्धता व ग्राह्ता के आधार पर किसान हितैषी दो तकनीकों को समिति ने किसानों के उपयोगार्थ पैकेज ऑफ प्रेक्टिस में सम्मिलित करने का अन्तिम निर्णय लिया तथा कुल 13 तकनिकों को ए.टी.सी. आबुसर पर पुष्टिकरण के लिए प्रस्तावित किया। कृषि अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने गेंहू, जौ, मेथी, ईसबगोल, सरसों, तारामीरा, प्याज, चना तथा मसूर आदि फसलों पर किए जा रहे अनुसंधान कार्यों के परिणाम प्रस्तुत किये जिसमें केन्द्र के सस्य वैज्ञानिक डॉ. के.सी. वर्मा ने खरपतवार नियंत्रण तथा पादप प्रजनन वैज्ञानिक डॉ. सी.एल. खटीक ने रबी फसलों के किस्मीय परीक्षणों के परिणाम प्रस्तुत किये। इसके अलावा केन्द्र के कीट वैज्ञानिक डॉ0 देवाराम बाज्या ने रासायनिक व डॉ. झूमरलाल जैविक कीट नियंत्रण पर परीक्षण के परिणामों से अवगत कराया साथ ही मृदा वैज्ञानिक डॉ. रामू मीणा ने भी जैविक पौषक तत्व प्रबधंन पर चल रहे परीक्षणों के परिणामों की जानकारी दी। पादप रोग वैज्ञानिक डॉ. मुदस्सर अहमद खान नें रोग प्रबन्धन परीक्षणों के परिणामों से अवगत कराया। साथ ही केन्द्र के वैज्ञानिक ने रबी 2022-23 के लिए तकनीकी कार्यक्रम का भी अनुमोदन कराया। इसके अलावा ए.टी.सी. आबुसर के वैज्ञानिकों ने भी फसल परीक्षणों के परिणामों की जानकारी दी।
बैठक में प्रॉ. हरफूल सिंह, प्रॉ. अतहरउदीन, डॉ. संजय अत्तर, डॉ. कैलाशचन्द्र, डॉ. हनुमान सिंह जाटव, डॉ. सुभिता कुमावत, डॉ. मुकेश निठारवाल, डॉ. मुजाहिद खान, डॉ. जितेन्द्रकुमार शर्मा तथा डॉ. लालाराम आदि मौजूद रहे, अध्यक्ष प्रोफेसर ढ़ाका ने बताया कि इस दो दिवसीय बैठक में केन्द्र के वैज्ञानिक कृषि अनुसंधान केन्द्र फतेहपुर, कृषि उप अनुसंधान केन्द्र नागौर, कृषि विज्ञान केन्द्र फतेहपुर, अरणीया, चांदगोठी (चुरू), नागौर, मौलासर, आबुसर तथा ए.टी.सी. आबुसर के वैज्ञानिक तथा समस्त उपनिदेशक कृषि ए.टी.सी.,विस्तार,उद्यान, आत्मा जिला सीकर, चुरू, नागौर, झुंझुनु के सहायक निदेशक तथा कृषि अधिकारियों ने भाग लिया। प्रमोद कुमार संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार), सीकर खण्ड ने बताया कि किसानों की समस्या के अनुरूप ही परीक्षणों का आयोजन कर उपलब्धता व ग्राह्ता के आधार पर किसान हितैषी तकनीक का विकास करना ही हमारी प्राथमिकता है।
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