आंगनवाड़ी यूनियन सीटू का तीसरा सीकर जिला सम्मेलन संपन्न

 

सीकर।  सीटू जिला कार्यालय किशन सिंह ढाका स्मृति भवन में आज आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन सीटू के तीसरे जिला सम्मेलन की शुरुआत विमला व विद्या कंवर द्वारा संगठन का झंडा फहराने व शहीद वेदी पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए सीटू जिला महामंत्री बृजसुंदर ने कहा कि भारत में कुपोषण एक बहुत बड़ी समस्या है और महिलाओं की भारी तादाद एनीमिया से पीड़ित है। केंद्र में बैठी बीजेपी की नरेंद्र मोदी सरकार ने आखरी बार 1 अक्टूबर 2018 को मानदेय में मामूली वृद्धि की थी। इस संबंध में सीकर सांसद अमराराम द्वारा लोकसभा में पूछे गए तारांकित प्रश्न संख्या 3503 का लोकसभा में जवाब देते हुए महिला एवं विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने बताया कि केंद्र सरकार का आंगनबाड़ी कर्मियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने का कोई विचार नहीं है। भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र सीटू यह मांग करती है कि आंगनबाड़ी कर्मियों को न्यूनतम 26000 रुपए मासिक वेतन देने के साथ ही उनको सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। 

       सम्मेलन में 21 सदस्यों की कार्यकारिणी का चुनाव किया गया जिसमें विमला को अध्यक्ष, विद्या कंवर को महामंत्री, बृजसुंदर जांगिड़ को कोषाध्यक्ष, शारदा सेन को उपाध्यक्ष, कमला राव को संयुक्त सचिव तथा अनीता, सुभीता, संतोष कंवर, कमला देवी, अनीता कंवर, दुर्गा शर्मा, राकेश, बबीता, मंजू देवी व संजू शर्मा को सदस्य चुना गया व पांच स्थान रिक्त रखे गए हैं। सम्मेलन में 27 अप्रैल को जयपुर में होने जा रहे हैं यूनियन के राज्य स्तरीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए 10 प्रतिनिधियों का चुनाव भी किया गया। सम्मेलन को ऑटो रिक्शा चालक यूनियन सीटू के महामंत्री दिलीप मिश्रा, हाथ थड़ी ठेला यूनियन के अध्यक्ष रामचंद्र दुगोली तथा भवन निर्माण मजदूर यूनियन सीटू के नेता सुरेंद्र आंतरी ने अपने संगठन की तरफ से शुभकामना संदेश दिया। सम्मेलन में 20 मई को होने वाली देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए प्रचार प्रसार करने का निर्णय लिया गया।


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