सीकर। केंद्रीय ट्रेड यूनियन के संयुक्त मोर्चे द्वारा देशव्यापी कार्यक्रम के तहत सीकर में किशन सिंह ढाका स्मृति भवन से रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर आम सभा का आयोजन किया गया। आम सभा को संबोधित करते हुए सीटू जिला महामंत्री बृजसुंदर जांगिड़ ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार देश में बने हुए 44 श्रम कानून को रद्द कर उनकी जगह चार श्रम संहिता लागू करना चाहती है। केंद्र सरकार ने 2019 में ही श्रम संहिताओं को सूचीबद्ध कर लिया था लेकिन देश के एकजुट मजदूर आंदोलन के दबाव के चलते वह लागू नहीं कर पाई है लेकिन देश के पूंजीपति घराने यह चाहते हैं कि मौजूदा श्रम कानून समाप्त किए जाएं और उनको मजदूरों का शोषण करने की खुली छूट दी जाए। इसीलिए इंफोसिस के अध्यक्ष नारायण मूर्ति ने कहा था कि मजदूरों को एक सप्ताह में 72 घंटे काम करना चाहिए और एलएनटी के सीईओ सुब्रमण्यम ने एक सप्ताह में 90 घंटे तक काम करने की वकालत की है। केंद्र सरकार उनके इशारे पर 8 घंटे की जगह 12 घंटे के कार्य दिवस की बात करने लगी है और सरकार के मंत्री यदा-कदा ऐसे बयान देते रहे हैं। भाजपा शासित राज्य सरकारें कारखाने में 8 घंटे की जगह 12 घंटे की शिफ्ट कर रहे हैं। सरकार की नीति स्थाई रोजगार को ताक पर रखकर ठेके के कर्मचारी व मजदूरों से काम लेने की रही है इसलिए परमानेंट भर्ती नहीं की जा रही है और हायर एंड फायर की नीति जब चाहे रोजगार से निकाल देने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया जा रहा है। केंद्रीय श्रमिक संगठनों, बैंक, बीमा, निर्माण मजदूर फेडरेशन, आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर फेडरेशन, स्टील और कोयला उद्योगों के फेडरेशन ने संयुक्त रूप से 15 मई को दिल्ली में बैठक कर 9 जुलाई को देशव्यापी आम हड़ताल करने का निर्णय लिया है।आम सभा को इंटक के नेता महेंद्र सिंह, एटक के प्रभु दयाल बाजिया, पूर्व तहसीलदार ओंकार सिंह मुंड, एचएमएस के रामकुमार सिंह, सीटू के भगवान सिंह बगड़िया, राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू के सांवरमल यादव, रामदेव सिंह टाकरिया व रामदेव पूनिया, मेडिकल सेल्स एवं रिप्रेजेंटेटिव यूनियन सीटू नेता भूप सिंह नरूका, भवन निर्माण मजदूर यूनियन सीटू के सुरेंद्र आंतरी, विप्लव गढ़वाल, ऑटो रिक्शा चालक यूनियन सीटू के महामंत्री दिलीप मिश्रा व संजय मीणा, आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर यूनियन सीटू की नेता विद्या कंवर व बिमला, हाथ खड़ी ठेला यूनियन के नेता रामचंद्र सिंह दुगोली व सकुर पठान सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया। आम सभा के बाद राष्ट्रपति महोदया के नाम 21 सूत्री मांग पत्र दिया गया।Any Error? Report
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