नारी के बिना समाज अधूरा हैः हाकम अली

   ख़बर गवाह 

महिला समानता दिवस मनाया, रैली निकालकर महिला अधिकारों के प्रति किया जागरूक,

सीकर कन्या शक्ति अभ्युदय मिशन पोस्टर का किया विमोचन


सीकर 25 अगस्त। वक्फ विकास परिषद अध्यक्ष एवं फतेहपुर विधायक हाकम अली खान ने कहा कि  नारी के बिना समाज अधूरा है। उन्होंने कहा कि नारी नर की खान हैं, बच्चा जब पैदा होता है तो उसकी जुबान पर सबसे पहले माँ का नाम आता है।  फतेहपुर विधायक खान गुरूवार को जिला परिषद सभागार में महिला समानता दिवस पर महिला अधिकारिता, महिला एवं बाल विकास विभाग, राजीविका के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जिला परिषद सभागार में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। 

    फतेहपुर विधायक हाकम अली खान ने कहा कि अगर परिवार में एक महिला शिक्षित होती है तो दो पीढ़ियां शिक्षित हो जाती है, ऎसे में महिलाओं का शिक्षित तथा आत्मनिर्भर होना बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा हैं। महिलाएं  शिक्षित, जागरूक रहकर इन योजनाओं का लाभ लेकर राजीविका के माध्यम से  ऋण प्राप्त कर स्वयं का रोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर होवें।

    कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव धर्मराज मीणा ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार ने महिलाओं और पुरूषों को समान अधिकार देकर उन्हें सुरक्षित व सक्षम बनाया है। उन्होंने महिलाओं को प्रदत्त विधिक कानूनी प्रावधानों की जानकारी देते हुए बताया कि कार्यस्थल पर महिलाओं का शोषण नहीं हो इसके लिए कानूनी प्रावधान बनाया गया है तथा पुलिस थाने में केवल महिला पुलिस ही अनुसंधान व पूछताछ कर सकती है व रात्रि में महिलाओं को थाने में नहीं रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को राजकीय सेवाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।  विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा महिलाओं पर घरेलू हिंसा, पोस्कों एक्ट, पीड़ित प्रतिकर स्कीम में  आर्थिक सहायता एवं निःशुल्क विधिक सहायता देने का कार्य किया जाता है। उन्होंने कहा कि जो महिला जागरूक होगी वह अपने अधिकारों की जानकारी प्राप्त कर सकेगी।

    कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल ने कहा कि बेटा व बेटी में कोई भेद भाव नहीं करें। उन्होंने कहा कि महिलाएं चाहे किसी भी समस्या में हो   लेकिन वे धैर्य बनाये रखती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को निर्वाचन में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया हैं। उन्होंने महिलाओं का आव्हान किया कि वे स्वयं सहायता समूह के माध्यम से पापड़, अचार, मंगोडी सहित अन्य घरेलू व्यवसाय स्थापित कर सकती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने आपकों कमजोर नहीं समझें तथा अपने अधिकारों व कत्र्तव्यों के प्रति जागरूक रहें।

 

    कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि गांधी जी का सपना था कि समाज के दोनों पहिए महिला एवं पुरूष एक साथ चले। उन्होंने कहा था की महिला-पुरूष में सामंजस्य होगा तो वह परिवार शिक्षित एवं विकसित होगा। उन्होंने कहा कि पहले संयुक्त परिवार हुआ करते  थे जिनमें  आपसी भाईचारा था।  उन्होंने कहा कि बालिकाओं व महिलाओं को समाज में समान अवसर प्राप्त हों जिससे समाज में वे अपने भविष्य का निर्माण कर सकें। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के नवाचार के तहत सीकर कन्या शक्ति अभ्युदय मिशन सक्षम चलाया जा रहा है जिससे बालिकाओं व महिलाओं के सुरक्षा संबंधी कानून और योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।

     उन्होंने कहा कि राजीविका की पहचान आपसे है तथा आप सभी को महिला समानता दिवस के सभी कार्यक्रमों से जानकारी प्राप्त कर उसे अपने गांव तक पहुचांना है जिससे राजीविका के मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण एवं गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक संबल एवं सशक्तिकरण की दिशा देने के लिए राजीविका ने महिलाओं को यह मंच उपलब्ध करवाया है। उन्होंने कहा कि समाज के विकास के लिए यह जरुरी है कि महिला एवं पुरुष कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलें तथा अब यह समानता सामने आ भी रही है एवं कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत भी बढ़ा है।

     कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बीस सूत्री कार्यक्रम जिला उपाध्यक्ष सुनिता गठाला, एडवोकेट पुरूषोतम शर्मा, डॉ. कविता चौधरी,डीडी एम नाबाडऱ् एम.एल मीणा,राजीविका जिला प्रबंधक अर्चना मौर्य ने महिला सशक्तिकरण के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये।

    कार्यक्रम में महिला अधिकारिता सहायक निदेशक डॉ. अनुराधा सक्सैना ने अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने उद्बोधन में महिला समानता दिवस मनाने की जानकारी देते हुए कहा कि इसी दिन से महिलाओं को समानता का, मतदान का अधिकार मिला था।  उन्होंने कहा कि महिलाओं में निर्णय लेने की क्षमता विकसित होगी तो वे सक्षम व सशक्त होगी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए हमें अपनी सोच को बदलना है तभी महिलाएं आगे बढ़ेगी। कार्यक्रम का संचालन सरोज लोयल व्याख्याता डाईट ने किया

    कार्यक्रम में अतिथियों ने सीकर कन्या शक्ति अभ्युदय मिशन पोस्टर का विमोचन किया और महिला समानता दिवस पर रैली को जिला परिषद सभागार से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया जो कल्याण सर्किल होते हुए श्री कल्याण स्कूल में  विसर्जित हुई।

    इस अवसर पर पीआरओ पूरण मल, अग्रणी जिला प्रबंधक ताराचंद परिहार, पुलिस उपाधीक्षक बाबूलाल विश्नोई, हरि शंकर मिश्रा, सहायक लेखाधिकारी हमीद अली कुरेशी, स्वयं सहायता समूह एवं राजीविका की महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रही।


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