सीकर। राज्य सरकार ने ग्रामीण पशुपालकों को राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान योजना के तहत कृत्रिम गर्भाधान सेवा को 1 अप्रैल 2025 से 50 रुपए के निर्धारित शुल्क पर उपलब्ध कराने का फैसला किया है। यह फैसला तब तक लागू रहेगा केंद्र सरकार की एनएआईपी योजना 2019 से चल रही है और इसका चौथा चरण 1 अगस्त, 2022 से लागू है। इस योजना का उद्देश्य देशभर में पशुधन की गुणवत्ता सुधारना, बेहतर नस्ल के पशु तैयार करना और किसानों की आय बढ़ाना है। अब तक इस योजना के तहत प्रति कृत्रिम गर्भाधान 40 रुपए की पुनर्भरण राशि तय थी, लेकिन इस राशि से लागत नहीं निकल रही थी। इसलिए अब इसे बढ़ाकर 50 रुपए कर दिया गया है। जब तक यह नई दर लागू नहीं होती, तब तक राज्य सरकार ने 50 रुपए प्रति गर्भाधान शुल्क तय कर दिया है। इस योजना के अंतर्गत केवल पारंपरिक हिमकृत वीर्य का उपयोग किया जाएगा। यानी उच्च गुणवत्ता वाले सीमेन जो तरल नाइट्रोजन में संरक्षित होते हैं। राज्य सरकार ने लक्ष्य रखा है कि राज्य के सभी प्रजनन योग्य गोवंश एवं भैंस वंश को इस योजना के तहत कवर किया जाए। गांव-गांव जाकर कार्यकर्ता सेवा दे रहे हैं। विभागीय अधिकारियों को लक्ष्य और प्रगति की मासिक रिपोर्टिंग भी अनिवार्य की गई है। इस संबंध में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ दीपक अग्रवाल संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग सीकर ने बताया कि पशुपालक को कृत्रिम गर्भाधान कराने का अब 50 रुपए शुल्क देना होगा।
अब तक 1.83 लाख कृत्रिम गर्भाधान : राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान योजना के तहत कृत्रिम गर्भाधान का चतुर्थ चरण 1 अगस्त, 2022 से शुरू हुआ था। अब तक 266000 कृत्रिम गर्भाधान हो चुके हैं जबकि लक्ष्य 183000 का था। विभाग ने शत प्रतिशत से अधिक लक्ष्य हासिल कर लिया है। वहीं इस वर्ष 196000 का लक्ष्य रखा गया है
कहां-कहां मिलेगा फायदा :
राज्य के सभी पशु चिकित्सा केंद्र। बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय, प्रथम श्रेणी, पशु चिकित्सालय, पशु चिकित्सा उप केंद्र,पशु मित्र एवं पशु matray कार्यकर्ता, यह सभी कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता जो विभाग से सीमेन, तरल नाइट्रोजन और शीथ, स्लीव्स जैसी सामग्री प्राप्त कर रहे हैं।
पशुपालकों को फायदा :
बेहतर नस्ल के पशु तैयार होंगे। दूध उत्पादन में वृद्धि होने के साथ पशुधन की प्रजनन दर बेहतर होगी तथा किसानों की आय में इजाफा होगा । पशु प्रजनन संबंधी बीमारियों पर नियंत्रण के साथ सेक्स सॉर्टेड वीर्य 70 रुपए की दर से पशुपालकों को उपलब्ध होगा । ब्राज़ील गिर नस्ल का उच्च गुणवत्ता वाला सीमन 100 रुपए की दर से पशुपालकों को मिलेगा तथा सेक्स सॉर्टेड सीमन से 90 प्रतिशत मादा संतति पैदा होगी। पशुपालकों की आय में दुगनी वर्दी होगी एवं दुग्ध उत्पादन भी लगभग दुगना हो जाएगा एवं स्थानीय नस्ल संवर्धन होगा।
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