राष्ट्रीय लोक अदालत में 77958 प्रकरणों का निस्तारण किया

ख़बर गवाह 

 राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों की सुनवाई करते हुए कुल 77958 प्रकरणों का निस्तारण किया एवं राशि 18,42,70,485/- रूपये के अवार्ड पारित किये गये

सीकर 11 फरवरी। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,सीकर डॉ राजेन्द्र सिह चौधरी के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर के तत्वावधान में शनिवार को ताल्लुका विधिक सेवा समितियों रींगस, नीमकाथाना, दांतारामगढ़, श्रीमाधोपुर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़ तथा सीकर न्याय क्षेत्र के न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें  कुल 18 बैंचो का गठन कर सभी प्रकार के राजीनामा योग्य आपराधिक मामलें, सिविल प्रकृति के मामलें, पारिवारिक मामले, चैक अनादरण प्रकरण, बैकों के ऋण वसूली मामलें, राजस्व से सबंधित मामले, प्री-लिटिगेशन के मामलों की सुनवाई करते हुए कुल 77958 प्रकरणों का निस्तारण किया गया एवं राशि 18,42,70,485/- रूपये के अवार्ड पारित किये गये।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला व सैशन न्यायाधीश व अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर डॉ. राजेन्द्र चौधरी, पारिवारिक कोर्ट न्यायाधीश कैलाश चन्द्र अटवासिया एवं पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप एवं अध्यक्ष बार संघ राजेन्द्र शर्मा ने मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्जवलित कर किया। अध्यक्ष जि.वि.से.प्रा. सीकर ने लोक अदालत का महत्व समझाते हुए राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकाधिक प्रकरण के निस्तारण से समय, धन की बचत होने व आपसी सौहाद्र बना रहने से निस्तारित करने की अपील की एवं अधिकाधिक मामले राजीनामे से निस्तारित करने की बात कही।
प्री-लिटिगेशन बैंच पर बैंच अध्यक्ष रामकिशन शर्मा, सदस्यगण अधिवक्ता पुरूषोत्तम शर्मा एवं अधिवक्ता राहुल पारीक ने अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बीएसएनएल एवं अन्य बैंक व वितीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं लिटिगेंट्स के मध्य समझाईश कर 800 प्रकरणों का निस्तारण कर कुल  1,44,14,748/-  रूपए के अवार्ड पारित किये गये, जिसमें मुख्य रूप से आरआई, पुलिस लाइन सीकर के लम्बे समय से राशि 47,44,000/- रूपए के बकाया चल रहे बिजली बिल के मामले में दोनो पक्षों के मध्य आपसी समझाईश कर मूल राशि का 5 प्रतिशत राशि 1,05,650/- रूपए में राजीनामा करवाया। बैंच सदस्यो द्वारा एवीवीएनएल के 761 प्रकरणो का निस्तारण किया गया। साथ ही बैंच सदस्यो ने एसबीआई कासंली के एक प्रकरण में लगभग 10,50,000/- रूपए बकाया होने के मामले में प्रतिवादी से नगद राशि 7,75,000/- रूपए बैंक के प्रतिनिधि को दिलवाकर मामले का निपटारा किया।
पारिवारिक न्यायालय के 03 प्रकरण में से एक प्रकरण संख्या 303/2022 में दम्पती लगभग 03 साल से अलग रहे थे एवं आपसी झगडों के चलते तलाक लेने का निर्णय कर चूके थे। इसी प्रकार अन्य 02 प्रकरणों में भी पारिवारिक मतभेद के कारण दम्पती बहुत लम्बे समय से अलग रह रही थी। एवं दम्पती में मतभेद होने के कारण दम्पती के बच्चों पर इसका विपरित प्रभाव पड रहा था। परन्तु न्यायालय के प्रयासों एवं राष्ट्रीय लोक अदालत बैंच अध्यक्ष व सदस्यो की समझाइश द्वारा दम्पत्तियों में सुलह की गयी। जिला एवं सेशन न्यायाधीश डॉ राजेन्द्र चौधरी बैंच अध्यक्ष, कैलाशचंद्र अठवासिया व सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, धर्मराज मीणा तथा बैंच सदस्यो के प्रयास से राजीनामा करवाया गया। दम्पती द्वारा एक दूसरे को माला पहनायी गई  एवं बैंच सदस्यों द्वारा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गयी। इसी के साथ मोटर दुर्घटना एवं दावा अधिकरण के कुल 69 प्रकरण निस्तारित किए गए एवं कुल राशि 4,51,35,000/- रूपए के अवार्ड पारित किए गए।
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर धर्मराज मीणा ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्दे6य पीड़ित व्यक्तियों तक न्याय पहुंचाना है। राष्ट्रीय लोक अदालत न्यायपालिका का पर्व है, राष्ट्रीय लोक अदालत में आने वाले पक्षकारों को संबंधित न्यायालय तक पहुंचने में सहायता करने के लिए हेल्पडेस्क की स्थापना भी की गई। साथ ही राष्ट्रीय लोक अदालत की प्रक्रिया को जानने एवं प्रचार-प्रसार हेतु शेखावटी संध्या विधि महाविद्यालय के विधि विद्यार्थी भी उक्त कार्यक्रम में उपस्थित आये। लोक अदालत बैंच के अभूतपूर्व सहयोग से सीकर न्याय क्षेत्र के प्री लिटिगेशन एवं न्यायालयों में लम्बित हजारों प्रकरणों की सुनवाई की जाकर राजीनामें के माध्यम से प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
लोक अदालत में एवीवीएनएल विभाग से वीरेन्द्र सिंह खीचड एक्सईएन, हेमराज एक्सईएन,  रामसिंह जेएलओ, वी के डाका, वीपी शर्मा, धर्मेंद्र सैनी, लालचन्द बैरवा, महेन्द्र कुमार एईन, अधिवक्तागण, बैंक प्रतिनिधी, लिटिगेंट एवं न्यायालय स्टाफ आदि उपस्थित रहे।



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